Khajuraho Tourist Places | Khajuraho Tour Budget & Khajuraho Temples Tour | Khajuraho Travel Guide

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हाई गैज वेलकम बैक तू डिस्टेंस बिटवीन मैं हूं  शुभम और इस टाइम मैं हूं मध्य प्रदेश के खजुराहो   में खजुराहो बहुत प्रसिद्ध है टूरिस्ट के बीच और  यहां पर देश ही नहीं विदेशों से भी टूरिस्ट आते   हैं खजुराहो के मंदिर को देखने के लिए यहां पर  बहुत सारे मंदिर है जो की अपनी कलाकृतियां अपने   स्ट्रक्चर के लिए मशहूर है तो यहां पर आप कैसे ए  सकते हैं वो तो मैं बताऊंगा ही साथ ही साथ आपको   बताऊंगा की यहां पर आपको कहां रहना चाहिए और  कितना समय लगेगा यहां पर घूमने के लिए साथ ही   साथ खर्चा क्या होगा वो भी जानेंगे इसके अलावा  यहां के पास में ही है बागेश्वर धाम उसकी भी   एक अलग वीडियो है वो भी आपके लिए मैं बनाया  हूं वो भी आप देख सकते हैं चैनल पर तो पुरी   वीडियो जरूर देखें पुरी जानकारी के लिए चैनल  को सब्सक्राइब करना वीडियो लाइक और शेयर करना   ना भूले आप मुझे फेसबुक और इंस्टा पे फॉलो भी कर  सकते हैं तो लिए मेरे साथ घुमिया खजुराहो [संगीत]   खजुराहो का यह रहा रेलवे स्टेशन और खजुराहो रेलवे  स्टेशन पर कई शहरों से ट्रेन आती है तो आप यहां   पर ट्रेन से डायरेक्टली ए सकते हैं लेकिन यहां आने  के बाद जो रेलवे स्टेशन है वह में सिटी से लगभग 8   किलोमीटर की दूरी पर है तो आपको यहां से साधन मिल  जाएंगे शेयरिंग ऑटो वगैरा मिल जाएगी जो की मात्रा   ₹20 में आपको में सिटी तक पहुंचा देगी और आप आराम से  पहुंच जाएंगे रात के समय भी ऑटो वगैरा चलती रहती है   पर डिपेंड करता है की मिलती है की नहीं क्योंकि कई  बार नहीं मिलती है यहां से बागेश्वर के लिए तो मिल   जाती है सो रिज़र्व आपको करवाना पद सकता है जिसके  लिए शायद ₹200 तक आपको देना पड़े 200 से ₹300 तो   यह स्टेशन है और खाने पीने या होटल की यहां पर  आसपास में कोई भी सुविधा नहीं है तो आपको यहां   से तो निकलना ही पड़ेगा सीधे सिटी के लिए इस बात का  आप ध्यान रखें खजुराहो की में सिटी रेलवे स्टेशन से   8 किलोमीटर दूरी पर है और इसी रास्ते पर खजुराहो  का एयरपोर्ट भी है लेकिन फिलहाल यहां केवल दिल्ली   से एक ही फ्लाइट आती है खजुराहो शहर में पहुंचने  ही यहां पर आपको कई सारे होटल दिख जाएंगे फाइनली   लगभग 7-8 होटल देखने के बाद मुझे जो रूम मिला है  वो आपने देख लिया होगा और वो ये रहा यहां पर बैठ   छोटा सा ही है पर रूम सही है यहां पे फॉरेनर्स वगैरा  आते रहते हैं तो कुछ उसे स्टाइल में बना हुआ है ये   वॉशरूम में साफ सफाई अच्छी है होटल हार्मनी इसका  नाम है और 1500 इन्होंने बताए द ₹1200 में दिया   इन्होंने क्योंकि अभी जी-20 की मीटिंग चल रही है  तो इस वजह से यहां पर होटल महंगे मिल रहे हैं बाकी   टाइम के कंपैरिजन में महाशिवरात्रि का भी टाइम है  तो इस वजह से ये प्राइस चल रहा है adervise ये और   कम में भी आपको मिल जाएंगे तो होटल के प्राइस  यहां पे और भी कम में अवेलेबल 5600 में यहां पे   हॉस्टल वगैरा भी कम में अवेलेबल है 600 700 की  रेंज बहुत सारे होटल है बस जी-20 की मीटिंग और   शिवरात्रि फेस्टिवल्स की वजह से थोड़ी महंगे पर  यह होटल अच्छा है इसलिए मैं आपको सजेस्ट करूंगा   की यहां पर आप रुक सकते हो होटल हार्मनी नाम  है और में सिटी एरिया में ही है आसपास मार्केट टेंपल के पास ही होटल लिया था और इस एरिया में  आपको होटल फूड और ट्रांसपोर्टेशन की सारी सुविधा   आसानी से मिल जाती है खजुराहो में घूमने के लिए  आपके लिए क्या बटोर ऑप्शन हो सकता है यहां पर दो   ऑप्शन हैं घूमने के लिए है पहला ऑटो है दूसरा है  स्कूटी मतलब की यहां पर भाई क्या स्कूटी भी रेंट   पर आपको मिल जाते हैं अब ऑटो की बात करें आपको तो  ऑटो लेना चाहिए या नहीं लेना चाहिए अगर आप यहां   गर्मी के मौसम में ए रहे हैं सपोज मार्च से लेकर  आप अक्टूबर तक के बीच में ए रहे हैं और बाइक से भी   कंफर्टेबल नहीं है आप फैमिली वगैरा है तब तो ऑटो ही  ले अगर दो लोग हैं कपल है तो आप यहां पर बाइक वगैरा   ले सकते हैं लेकिन गर्मी में क्योंकि गर्मी बहुत  होती है अब स्कूटी या बाइक कब लेनी चाहिए स्कूटी   या बाइक आप पहली बात तो वही जैसा की मैंने बताया कल  है तब ले और आदर वाइस आप अगर ठंड वगैरा में ए रहे   हैं तो उसे टाइम आप यहां पर ले सकते हैं आप कहां  पे मिलती है मंदिर के ठीक पास में ही यहां पर एक   शॉप है ये लिखा भी हुआ है ये भी है बिलाल बाइक्स कल  मतलब बाइक भी है रेंट पे और स्कूटी भी मिल जाती है   बाइक मैंने पता की है ये दे रहे हैं यहां पर 500  में स्कूटी दे रहे हैं बाइक का तो पता नहीं किया   है बाइक भी मतलब उसी रेंज में है 600 से 700 है  और जैसे ही आप बाइक लेंगे उसके ऊपर डिपेंड करता   है तो ये प्राइसेस वगैरा नंबर वगैरा में दे दूंगा  और मंदिर के ठीक बगल में है आप आराम से आकर ले सकते   हैं और अभी मैं यहां पर कुछ भी नहीं ले रहा हूं उसका  रीजन ये है क्योंकि यहां पर मंदिर बिल्कुल पास में   है जहां पे मेरी लोकेशन है होटल की और 1 किलोमीटर  के ही रेंज में सारी प्लेसिस है अगर वॉटरफॉल वगैरा   जाना है आपको दूर जाना है तो आप इनका उसे करें आदर  वाइस आप पैदल घूम सकते हैं बहुत पास में है सब चीज   और लोकल ट्रांसपोर्टेशन से ही घूम सकते हैं आपको  इतना खर्च करने की जरूरत नहीं है तो डिपेंड करता   है समय बचेगा तो ठीक है तो लेंगे एडरवाइज नहीं लेंगे  खजुराहो में जो भी टेंपल है वो आर्कियोलॉजिकल साइट   के बगल में है और ये आर्कियोलॉजिकल साइट पड़ता है इस  लेग के पास में वहां पे भी ले चलूंगा मैं और ये अगर   आप देखेंगे पूरा आर्कियोलॉजिकल साइट है इसके चारों  तरफ और यहां पे मंदिर देख रहे होंगे यहां पे घाट दिख   रहा होगा और यहीं पे लोग ना हद हो रहे हैं आज शान  कर रहे हैं क्योंकि महाशिवरात्रि का दिन है तो जनरली   इतनी भीड़ नहीं जैसा की मैंने वो बताया आपको यहां  पे मुश्किल से बहुत शांत जगह दिखेगी और बहुत अच्छा   लगेगा यहां पर इसको रश है तो जो भी शांतिप्रिय लोग  हैं उनको नहीं पसंद आई ऐसी जगह ओके तो आना किस टाइम   चाहिए आपको अगर गर्मी के टाइम में आप ए रहे हैं  तो अपने साथ अंब्रेला वगैरा जरूर साथ में रख लें   क्योंकि यहां पे बहुत दिक्कत होगी या आपको घूमने  में और उसे टाइम ऑटो वगैरा से घूमना सही रहता है   और ऑटोग्राफ मैंने अभी फिर से पता किया था तो ₹300  तक में रेडी हो गया था ये आगे जो लोकल प्लेसिस कवर   करने के लिए बाकी अभी चलते हैं aircological साइट  की तरफ और घूमेंगे वहां भी और देखेंगे क्या-क्या   चीज है आर्कियोलॉजिकल म्यूज़ियम की इस एरिया को  पश्चिमी मंदिर समूह के नाम से भी जाना जाता है   तो अब अंदर ए गया हूं मैं और एक अच्छी बात यह है की  आज के दिन शिवरात्रि के दिन यहां पर एंट्री फ्री है   वैसे जनरल टाइम में अगर आप आते हैं तो आपको यहां  पर ₹40 पर पर्सन देने पड़ते हैं तो आज बचा था हो   गई है लेकिन ₹40 भी बहुत ज्यादा नहीं है और देखते  हैं बाकी आपके 40 रुपए के लिए यह वर्तुल प्लेस है   की नहीं मेरे हिसाब से होगी ही होगी क्योंकि भाई  इसी के लिए लोग यहां पर आते हैं चलते हैं देखते हैं   पश्चिमी मंदिर समूह में आप इस गार्डन से होते  हुए जाते हैं जहां फाउंटेन भी बना हुआ है   आर्कियोलॉजिकल साइट में मैं ए गया हूं और यहां अंदर  आते ही और एक तो पहले जो टिकट में आपको बता डन आज   फ्री है टिकट और लेकिन ₹40 लगता है और दूसरी चीज  यह रहा मेरे कैमरे का टिकट क्योंकि ₹25 का है तो   आप कैमरा ₹25 देकर आराम से ले जा सकते हैं अब दूसरी  चीज मंदिर यहां पर कौन-कौन सा है मेरे बैक साइड में   जो मंदिर है यह अभी कंदरिया मंदिर है 2 जोड़ी एक  तरह से दिख रहा है की यहां पर है एक वहां पर है और   एक उधर अगर आप देखेंगे वो चित्रगुप्त मंदिर है और  इसके अलावा उसको उन्हें भी यहां बीच में बहुत बड़ा   सही गार्डन बना हुआ है उधर देखिए विश्वनाथ मंदिर है  और इधर अगर जाएंगे तो इधर ये महादेव का भी टेंपल है   मतंगेश्वर मंदिर भी है तो ओवर ऑल यहां पर आपको  देखेंगे 123456 मंदिर जो बड़े-बड़े इस स्ट्रक्चर   वाले वो देखेंगे बाकी छोटे-छोटे भी कुछ बने हुए हैं  सो मतलब जितना आपको मैंने दिखाया है एक तरह से इतना   है लेकिन काफी बड़े एरिया में है और अभी पीछे और  भी मतलब यहां पर खुदाई वगैरा चल रही है खोज वगैरा   चल रही है तो आने वाले समय में यहां पर और भी चीज  देखने को मिलेगी आपको और यह जो इस टाइम स्टेज वगैरा   बन रहा है अभी जो कंस्ट्रक्शन चल रहा है ये भी  g20 की मीटिंग यहां पर होने वाली है उसकी वजह से   ये सारी चीज हो रही है तो यहां पर अभी मंदिर पास  से देखते हैं और मतलब कैसी है चीज कैसे स्ट्रक्चर   वगैरा है वो देखते हैं खजुराहो का कंदरिया महादेव  मंदिर सैन 125 से 1000 50 के मध्य में बना था और   ये राजा विद्याधर द चंदेल वंश के उन्होंने ये  बनवाया था और यहां पर आपको जो मूर्तियां दिखाई   देंगे उसमें आ शिकार करते हुए हैं हाथी है घोड़े  हैं और सीडीओ पे स्ट्रक्चर बने हुए हैं नाचते हुए   स्ट्रक्चर हैं तो कुछ इस तरह की आकृतियों इसमें  दिखेंगे अंदर गर्भ ग्रह भी है और मतलब ये ऐसा   यहां का एकमात्र मंदिर है जिसमें दो कारण प्रवेश  द्वार है और साथ ही यह खजुराहो का सबसे ऊंचा और   सबसे बृहद मंदिर है कंदरिया महादेव ही वही मंदिर है  जिसकी दीवारों पर कम कला की कुछ मूर्तियां प्रदर्शित   की गई है मंदिर पर ऐसी मूर्तियां क्यों बनाई गई  है इसका उचित प्रमाण नहीं है पर कुछ इतिहासकारों   का मानना है की पुराने समय में यहां कामुकता  के सभी कलाओं का अध्ययन और अभ्यास किया जाता   था जो की परंपरा का ही एक हिस्सा था लेकिन ऐसी  मूर्तियां यहां की सभी मंदिरों पर नहीं [संगीत] अक्सर आप में से बहुत सारे लोग मेरे से पूछते हैं  की कैमरा कौन सा उसे करते हो तो मैं आज रिवील कर   देता हूं बता देता हूं कौन सा है कैमरा कैमरा मेरा  ये है निकों का z30 रिसेंटली अभी मैंने लिया है और   ये ब्लॉगर्स के लिए स्पेशली कैमरा है क्यों क्योंकि  इसमें आप आराम से ये स्क्रीन है 1650 का इसमें लेंस   लगा हुआ है तो आप आराम से देख सकते हो खुद को और  शूट कर सकते हो और बहुत ही मतलब डीएसएलआर वाली   वो पुरी जो क्वालिटी होती है ना वो आपको इसमें मिल  जाती है फोटोस भी क्लिक कर सकते हो ऑटो मोड में ही   है कुछ नहीं आता है आपको तो ऑटो मोड भी है और बाकी  मैन्युअल मोड है अगर आपको थोड़ा सा प्रोफेशनली कम   करना है तो आप मैन्युअल कभी उसे कर सकते हो लांस  इसके गजब के हैं स्टेबलाइजेशन गजब का है और आपको   अगर लेना है तो मैं डिस्क्रिप्शन में लिंक वगैरा  दे दूंगा आप देख सकते हो और वहां से आप ले सकते   हो बाकी डिटेल आपको धीरे-धीरे आगे भी फ्यूचर में  वीडियो वगैरा आती रहेंगे उसमें लेता रहूंगा फिलहाल   ये कैमरा लिया हूं और बहुत ही हल्का है और इजीली  में कैरी करके आराम से घूमते हुए यहां खजुराहो की   बहुत बढ़िया बढ़िया पिक्चर्स कर रहा हूं और वीडियो  भी ले रहा हूं खजुराहो में खाने पीने के लिए क्या   ऑप्शन है मैं बता देता हूं वैसे तो यहां पे कई  सारे ही है रेस्टोरेंट्स वगैरा लेकिन सिंपल आपको   खाने के लिए यहां पर जैन भोजनालय भी कुछ मिल जाएंगे  और यहां पे मात्रा ₹100 में 120 रुपए में आपको थाली   मिल जाएगी एवं इससे कम में भी यहां पे अवेलेबल  होता है और अभी मैंने यहां पे एक जगह मंगाया है   डाल मंगाया है आलू वगैरा की जीरा आलू की सब्जी  मंगाई है मतलब कम हो जाता है एक लोग का तो ऐसे   ही है और यहां पे मतलब चंदीला चौक से थोड़ा आगे  बढ़ेंगे तो बहुत सारे रेस्टोरेंट मिलेंगे मंदिर   के पास में जहां आपको मतलब ₹100 तक में या ₹150 में  थाली मिल जाएगी बहुत इजीली गंधारिया महादेव मंदिर के   बाद मैं पहुंचा चित्रगुप्त मंदिर जो की कंदरिया  महादेव मंदिर के पहले का निर्माण माना जाता है कंदरिया महादेव मंदिर के ठीक बगल में पड़ता है  चित्रगुप्त जी का मंदिर और चित्रगुप्त मंदिर   में कंदरिया महादेव से अलग nakkashiy है यहां  पर आपको विष्णु जी की प्रतिमाएं दिखेंगे जो भी   छोटी-छोटी और साथ ही देवी-देवता यहां पर आपको  दिखाई देंगे और अंदर अगर आप जाते हैं तो अंदर   मंडप है अर्थ मंडप है मा मंडप है तो वो भी आपको  देखने को मिलेगा चित्रकूट जी की मूर्ति भी है कुछ   मूर्तियां हैं जिनकी सर भी केट हुए हैं ऐसा भी  वहां पे आपको दिखाई देगा मतलब टूटे हैं या फिर   केट गए हैं या तोड़े गए हैं मुझे नहीं मालूम ऐसा  भी अंदर है और बहुत खूबसूरत है देखेंगे तो आपको   मतलब अट्रैक्ट करेंगे यहां की चीज मतलब वहां  लेकिन कंडारी महादेव मंदिर से यहां की नकाशा   लेकर और ये खजुराहो का एकमात्र ऐसा मंदिर है जो  की सूर्य को समर्पित है तो ये भी इसके खासियत है चित्रगुप्त मंदिर के सामने है विश्वनाथ मंदिर और इस  मंदिर के एक शिलालेख के अनुसार जानकारी मिलती है की   सैन 2002 में राजा धन द्वारा शिव markatiswar मंदिर  का निर्माण कराया गया था और मंदिर में बनी शिवलिंग   के आधार पर इसे विश्वनाथ मंदिर के नाम से जानते हैं  वहीं इसके ठीक सामने नंदी जी की बड़ी सी मिलती दिखी अभी जिस मंदिर पर मैं हूं ये है लक्ष्मण मंदिर आप  देख सकते हैं यहां पे लक्ष्मण मंदिर है और इन्हीं   के ठीक बगल में ही पड़ता है मतंगेश्वर मंदिर  मतंगेश्वर मंदिर पर आपको मैं ले नहीं जा रहा   हूं क्योंकि आज बहुत ज्यादा भीड़ है भीड़ है अगर आप  देखना चाहते हैं वहां से आप देख सकते हैं भीड़ बहुत   ज्यादा है और क्राउड बहुत ज्यादा है तो यहीं से आप  देख सकते हैं मंदिर का स्ट्रक्चर से ही है वैसा लगभग   और यहां पर भी देवी-देवताओं का अंदर स्ट्रक्चर है जो  हमारे विष्णु जी हैं वो वैकुंठ रूप में है यहां पर   मंदिर के ठीक सामने अगर जाएंगे तो सामने आपको दिखते  हैं लक्ष्मी जी का मंदिर और इधर आपको भरा हुआ मंदिर   दिखेगा वराह विष्णु जी का ही अवतार है तो वो आप यहां  पर देख सकते हैं अंदर गर्भ ग्रह है महामंडल पे है और   या जैसी बनी हुई होती है वैसी देवी-देवताओं की यहां  पर भी बनी हुई है तो आर्कियोलॉजिकल म्यूज़ियम के इस   पूरे परिसर में कई सारे मंदिर देखने को मिले जिसमें  कंदरिया महादेव मंदिर उसके बगल में चित्रगुप्त मंदिर   और फिर उसके बाद विश्वनाथ मंदिर और फिर उसके बाद  लक्ष्मण मंदिर है और साथ ही छोटे-छोटे मंदिर यहां   पर बने हुए हैं तो ये मंदिर सारे देख कर आपको मतलब  एक लगेगा की इतिहास में आगे और थोड़े बहुत ही इतिहास   नहीं काफी पुराने इतिहास ये जो मंदिर है लक्ष्मण  मंदिर ये लगभग 930 ई से 930 950 ई में यशोभूम राजा   ने बनवाया था तो अलग-अलग राजाओं ने इसका धीरे-धीरे  इस पूरे परिसर का निर्माण करवाया है और अभी भी यहां   पर कुछ खुदाई चल रही है पीछे तो धीरे-धीरे कई-कई चीज  यहां पर देखने को मिलेगी आगे भी इस पूरे परिसर को आप   गाइड के थ्रू भी घूम सकते हैं और यहां प्रॉपर  घूमने में आपको कम से कम 2 घंटे लग सकते हैं आर्कियोलॉजिकल म्यूज़ियम के अंदर ही  एक साइड में 64 योगिनी टेंपल भी बना   हुआ है हालांकि इसका ज्यादातर हिस्सा अब गिर चुका है मैंने पुरी बुक नहीं की है 25 रुपए  मात्रा देकर पहुंच रहा हूं दूल्हा   देव टेंपल के लिए ऑटोमेटेकली है जो पतंगे  ईश्वर एप्पल है उसी के पास से और बस ₹25   में ऑटो से खोल रहा हूं तो क्या जरूरत है  पूरा लोकल के लिए आपको 3-400 लेके घूम के दूल्हा देव मंदिर खजुराहो के पश्चिमी समूह  मंदिर से लगभग दो किलोमीटर की दूरी पर स्थित है खजुराहो में बहुत सारे प्राचीन मंदिर है लेकिन एक  नया मंदिर भी है यहां पर और वो भी बना है ₹1100   से लेके 1150 ई में है मतलब इतना पुराना मंदिर भी  यहां पर नए आए जो सबसे जितनी भी घटनाओं के मंदिर   है उनमें सबसे नया है और वो है यहां का दूल्हा  देव मंदिर दुल्हादेव मंदिर भी बाकी मंदिरों की   तरह ही है लेकिन कुछ चीजों में यहां पर अलग दी  है यहां पे भी apsaray बनी हुई है देवी-देवताओं   की मूर्तियां बनी हुई हैं अंदर गर्भ ग्रह है और  शिव जी को ये मंदिर समर्पित है और यहां पर अगर   आप देखेंगे तो ये पूरा यहां का गार्डन का परिसर  है इस मंदिर को कुंवर माता के नाम से भी जाना   जाता है तो यह पूरा यहां का इतिहास है बाकी आपको  आएंगे यहां पर फीलिंग वही वाली आएगी बाकी मंदिर की तरफ और यहां भी कई सारे अगर आप हिस्टोरिकल  प्लेसिस के शौकीन नहीं है तो हो सकता है की यहां   पर आप पहला दूसरा मंदिर देखिए उसके बाद आपको थोड़ा  सा बोरिंग फुल होने लगे यह चीज हो सकता है और अगर   आप शौकीन तब तो आपको हर मंदिर में कुछ अलग दिखेगा  अगर आप वही शौकीन नहीं है तो भैया आप डिफरेंशिएट   ही नहीं कर पाएंगे पर हर जगह लिखा हुआ है मंदिर के  बारे में लिखा हुआ है और जैसा की यह मंदिर है वामन   मंदिर है और वामन मंदिर में विष्णु जी ने वामन  का अवतार लिया हुआ है और उसका स्ट्रक्चर यहां   पर है साथी हरमंदिर की तरह यहां पे वैसे गर्व करें  यहां पे भी है और यहां पे भी मुख्यमंत्री और साथ ही   मूर्तियां जो दिखती हैं कुछ वैसी ही है यहां पे हाथ  ही का स्ट्रक्चर ऊपर दिखेगा और छोटी-छोटी मूर्तियां   है मुगलों की शासन में खंडित किए हो गई थी बहुत सारी  मूर्तियां अगर आप देखेंगे तो गार्डन ही नहीं है नहीं   तो पैर टूटते हुए हैं कुछ ना कुछ खंडित है या फिर  पुरी ही हद ही हुई है तो ऐसा मुगलों के शासन में   हुआ था लेकिन अब की पुरी सुरक्षा की जा रही है और  पुरी तरह से अगर अगर आप देखेंगे तो बहुत ही प्यारा   लगेगा अगर आप इसके शौकीन हैं ये सब देखने के मुझे भी  उतना शौक नहीं है पर यहां पर आकर मुझे महसूस हो रहा   है थोड़ा सा मतलब इतिहास में ए गया और अलग लग रहा है  यहां पे मतलब आज जो स्ट्रक्चर बनाया है जो भारी हुई   मूर्तियां है वो अभी तक मैंने बहुत जगह बहुत सारे  मंदिरों और उसमें कहेंगे और हिस्टोरिकल प्लेस पे   गया हूं लेकिन यहां पर अलग फीलिंग आती तो है बताएंगे  ईश्वर टेंपल से ₹25 देकर दूल्हा देव टेंपल और दूल्हा   देव टेंपल से ₹25 देकर मैं पहुंचा वामन टेंपल तक और  वामन टेंपल तो वो रहा और बाकी ये जो पड़ता है बीच   में आपको दिखेगा ये है यहां का जवारी टेंपल और इसके  पहले ब्रह्मा टेंपल पड़ता है तो ये एक ऐसे एरिया में   पास में है जिसमें आप पैदल ही घूम सकते हैं कोई  जरूरत नहीं है अभी तक मात्रा ₹50 खर्च हुए हैं   ये पुरी जर्नी करने में इतने मंदिर को कवर करने में  और ज्यादा कुछ है नहीं एक वॉटरफॉल है वॉटरफॉल यहां   से दूर है वहां तक अगर जाएंगे तो आपके शायद 6700 लग  जाए आदर वाइस आपको यही कवर कर सकते हैं यहां पर लोकल   में और ये भी मंदिर देखते हैं कैसा है बाकी मंदिर  से ये थोड़ा सा पतला स्ट्रक्चर इसका दिख रहा है आपको एक अजीब दृश्य दिखेगा क्योंकि यहां की मुख्य   मूर्ति ही खंडित है और इस मंदिर के बारे  में भी यहां पर कहीं कुछ भी नहीं लिखा है आप सभी ने सुना होगा की ब्रह्मा जी को श्राप था  की उनका कोई मंदिर नहीं होगा और उनका केवल एकमात्र   मंदिर है पुष्कर में तो यहां पर भी एक ब्रह्मा मंदिर  है लेकिन उसकी एक कहानी इंटरेस्टिंग वह मैं आपको   सुनाता हूं यहां पर ये अगर आप देखेंगे यहां पर पीछे  तलाव है उसी के पीछे आगे ये मंदिर है और अगर अंदर आप   जाएंगे तो यहां पर आपको ये दिखेगा ये आपको फेस यहां  पर अगर आप देखोगे तो आपको चारों तरफ यहां पे दिख   जाएगा तो यह दरअसल चतुर्मुखी अन फेस है शिव जी का ये  असल में शिवलिंग है और इसके चारों तरफ मुख बना हुआ   है तो यह है तो शिवलिंग लेकिन जो लोकल्स द यहां के  गांव वासी द भूलवश उन्होंने इसे ब्रह्मा का स्वरूप   मां लिया और ब्रह्मा मंदिर यहां का नाम पुकारने लगे  तो ब्रह्मा मंदिर हो गया लेकिन ये है बेसिकली है और   शिव जी का मंदिर है तो यह यहां की स्टोरी है तो यहां  पर जूस मैंने लिया है मुसम्मी का जूस और ₹40 का है   थोड़ा कॉस्टली है पर जो है लेना पड़ेगा क्योंकि बाद  में पूछा है लेकिन पहले बता तो आपके सामने की वीडियो महाशिवरात्रि बड़े धूमधाम से मनाया जाता है जहां दिन   में लोग मातंगी ईश्वर टेंपल में शिव जी  को जल चढ़ाते हैं तो वहीं रात में यहां   धूम-धाम से शिवजी की बारात निकलती है जिसमें ना  केवल लोकल्स बल्कि फॉरेनर्स दी शामिल होते हैं खजुराहो की मार्केट में आपको खड़ी के कपड़े भी देखने  को मिलेंगे जो आपको काफी अच्छे प्राइस पर भी मिल   जाएगी खजुराहो का प्लांट आप अक्टूबर से फरवरी के बीच  में ही रखें क्योंकि इसके बाद यहां पर काफी गर्मी   थी [संगीत] खजुराहो की वीडियो आपने देख ली होगी और  अब आपको बजट में यहां का बता देता हूं खजुराहो में   घूमने के लिए मात्रा एक दिन चाहिए और एक दिन में आप  यहां की सभी प्लेसिस कवर कर सकते हैं और आपको बहुत   ज्यादा ट्रांसपोर्टेशन पे भी खर्च नहीं करना पड़ेगा  अगर आप यहां पर लोकल घूमना चाहते हैं और मतलब यंग है   तो आप सिंपली पैदल घूम सकते हैं क्योंकि आसपास में  मंदिर है 2 से 2.5 किमी ऑटो वाले मिस गाइड आपको कर   सकते हैं की भाई 15 16 किमी में है ये है वो है कुछ  भी नहीं है दो से ढाई किमी 3 किमी मैक्स है और उसी   में सारे मंदिर है और आप पैदल ये सारे कवर कर सकते  हैं तो अगर आप जाड़े में ए रहे हैं तब तो आप पैदल   करले गर्मी में तो दिक्कत होगी इसलिए गर्मी में आप  ऑटो कर सकते हैं या फिर ऐसी गाड़ी वगैरा कुछ कर सकते   हैं अब यहां पर बात की जाए बजट की होटल यहां पर आपको  ₹1000 में मिलेगा यहां पे पर नाइट तू एडल्ट्स के लिए   मैं मैन के चल रहा हूं की दो लोग यहां पर आप लोग साथ  में घूमने ए रहे हैं तो होटल का आपका ₹1000 पर लगेगा   तो एक बंदे पर ₹500 का मात्रा खर्चा आएगा खर्चा आएगा  वो ₹500 मैक्स जाएगा हो सकता है दो लोग पे भी जाए और   एक पे भी जा सकता है भाई अगर आप एक दिन भी रहते हैं  और तीन टाइम भी खाते हैं और थाली भी लेते हैं तो एक   पे और यहां पे थाली तो ₹100 के मिल जाती है वैसे मैं  इसीलिए मैन की चल रहा हूं की ओवर आल पास ₹100 का बजट   रखा हूं खाने पीने पे ट्रांसपोर्टेशन ट्रांसपोर्टेशन  अगर आप पैदल घूम रहे हैं तो जीरो है फिर भी आने और   जाने का यहां पे 50 रुपए लग ही जाता है जो भी मतलब  थोड़ा बहुत तो लगता ही खर्च तो वो भी मैं मैन के चल   रहा हूं अगर ट्रांसपोर्टेशन आप उसे करते हैं चाहे  यहां पे स्कूटी लेते हैं चाहे आप ऑटो में घूमते हैं   दो लोगों पे भी डिवाइड हो जाएगा तो ₹500 भी लगता है  तो 250 आएगा एक पे पर मैं ये मैन के चल रहा हूं की   ओवर ऑल उद के मैक्सी में हम जो आएगा आपका ₹500 खर्च  आएगा मतलब टोटल करेंगे ₹500 होटल पे 500 रुपए मेल   पे ₹500 ट्रांसपोर्टेशन पे तो टोटल करेंगे 1500 में  ₹1500 में आप खजुराहो घूम सकते हैं और यहां की जो भी   प्लेसिस है वो प्रॉपर कवर कर सकते हैं ऐसा नहीं की  कुछ मिस हो जाएगा प्रॉपर सारी चीज कवर कर सकते हैं   यहां पर तो यह खर्चा था और सेफ्टी की बात की जाए तो  बिल्कुल सेफ प्लेस है ऐसा यहां पर कुछ है नहीं आपके   लिए की कोई प्रॉब्लम है यहां पर कोई दिक्कत है आते  हैं विदेशी भी आते हैं बहुत सारे विदेशी पर बैठक   तो वो भी यहां पर आराम से घूमते हैं तो सिर्फ प्लेस  है और मोबाइल नेटवर्क वगैरा भी है यहां पर और शांत   प्लेस है बहुत ज्यादा यहां पर क्राउड भी नहीं है  जगह घूमने ए रहे हैं तो वो भी है और साथ ही अगर आप   मतलब थोड़ी लग्जरी मतलब लग्जरी वाली लाइफ स्टाइल  चाहते हैं बड़े होटल चाहते हैं तो वो भी यहां पर   है तो हर चीज हर फैसिलिटी यहां पर अवेलेबल है बस  डिपेंड करता है आपको क्या चाहिए सस्ते में घूमना   है या महंगे में घूमना है वो चीज है तो ओवरऑल ये  बजट था और बागेश्वर धाम की भी वीडियो देखना चाहते   हैं तो वो भी आपके लिए मैंने चैनल पर दल राखी है  वो भी आप देख सकते हैं और साथ ही साथ आप चैनल को   सब्सक्राइब जरूर कर लें ऐसी ही वीडियो के जिसे  आपको आगे अपडेट्स मिलते रहे और मेक सर नेचर को   क्लीन और ग्रीन रखें तो आज के लिए आप सभी के लिए  इतनी इनफॉरमेशन थी आगे ऐसे ही वीडियो आपके लिए आती   रहेगी हमारी ट्रेवल कंसल्टेंसी पर आप कॉन्टैक्ट  करके किसी भी प्लेस के बारे में जानकारी ले सकते   हैं जिसके लिए डिस्क्रिप्शन में इनफॉरमेशन है तो आज  के लिए इतनी इनफॉरमेशन थी थैंक यू फ्रेंड्स [संगीत]

2023-02-22 15:26

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